वायु प्रदूषण: डाइटिशियन शिवानी असवाल के सुझावों से इम्यून सिस्टम को मजबूत करें

शिवानी असवाल

वायु प्रदूषण आज एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। यह न केवल हमारे पर्यावरण को प्रभावित करता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालता है। डाइटिशियन शिवानी असवाल के अनुसार, हमें इस अदृश्य खतरे के प्रति जागरूक रहना चाहिए और अपने आहार में कुछ बदलाव करके अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना चाहिए।

वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर प्रभाव

वायु प्रदूषण का हमारे शरीर की कई प्रणालियों पर नकारात्मक असर पड़ता है। यह श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों, कैंसर, और ऑटो-इम्यून विकारों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। वायु प्रदूषण के संपर्क में आने के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • खांसी, घरघराहट और सांस लेने में तकलीफ।
  • आंखों, नाक और गले में जलन।
  • थकान और चक्कर आना।
  • पहले से मौजूद हृदय या फेफड़ों की स्थिति का बिगड़ना।

बच्चे, बुजुर्ग और पहले से हृदय या फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोग वायु प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। विशेषकर औद्योगिक क्षेत्रों या भारी यातायात वाले शहरों में रहने वालों को अधिक गंभीर स्वास्थ्य परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।

इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के उपाय

डाइटिशियन शिवानी असवाल ने वायु प्रदूषण के प्रभावों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:

  1. तुलसी का पानी: प्रतिदिन तुलसी का पानी पीना आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
  2. जड़ी-बूटियों का पानी: अदरक, दालचीनी, और लौंग का पानी बनाकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पिएं।
  3. पर्याप्त मात्रा में पानी: दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। सब्जियों का जूस भी लें।
  4. गुड़: रोज़ एक छोटा टुकड़ा गुड़ खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है।
  5. विटामिन सी युक्त फल और सब्जियां: आंवला, खट्टे फल, टमाटर, हरी मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां, कीवी, ब्रोकोली, और स्ट्रॉबेरी को अपने आहार में शामिल करें।
  6. विटामिन ए और बीटा कैरोटीन: गहरे हरे रंग की सब्जियां जैसे पालक, गाजर, ब्रोकोली, शकरकंद आदि का सेवन करें।
  7. ड्राई फ्रूट्स और सीड्स: ये आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।

निवारक उपाय

शिवानी असवाल ने वायु प्रदूषण के खिलाफ कुछ निवारक उपाय भी सुझाए हैं:

  • नियमित रूप से एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) स्तर की जाँच करें।
  • उच्च प्रदूषण स्तर वाले दिनों में सावधानी बरतें।
  • बाहरी गतिविधियों को सीमित करें जब वायु गुणवत्ता खराब हो।