नोएडा में तेज रफ्तार बस और पिकअप की टक्कर, युवक का पैर काटना पड़ा
नोएडा के थाना सेक्टर-126 क्षेत्र में एक तेज रफ्तार रोडवेज बस और लोडर पिकअप की टक्कर में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्घटना में युवक का पैर बुरी तरह जख्मी हो गया, जिसके कारण चिकित्सकों को उसका पैर काटने का निर्णय लेना पड़ा। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने घायल युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस हादसे के पीछे चालक की लापरवाही बताई जा रही है। घायल युवक का नाम ममरेज अली उर्फ मुमरेश है, जो असम निवासी आलिया बेगम का पति है। आलिया ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उनके पति कुछ दिन पहले लोडर पिकअप में सह चालक के रूप में काम कर रहे थे।
हादसे का विवरण
आलिया बेगम ने पुलिस को बताया कि ममरेज अली अपने सहकर्मियों के साथ कासना से दिल्ली के नांगलोई जा रहे थे। जब वे गोल चक्कर के पास पहुंचे, तो पिकअप चालक ने तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाना शुरू कर दिया। इसी दौरान पिकअप आगे चल रही रोडवेज बस से टकरा गई।
टक्कर इतनी भयानक थी कि ममरेज पिकअप के अंदर फंस गए और चालक मौके से फरार हो गया।हादसे के बाद राहगीरों और पुलिस ने किसी तरह ममरेज को पिकअप केबिन से बाहर निकाला और उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। यहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों ने पैर काटने का निर्णय लिया।
घायल युवक की स्थिति
ममरेज अली को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों ने पाया कि न केवल उसके पैर बल्कि उसके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आई हैं। उसकी हालत बहुत गंभीर है, और डॉक्टर लगातार उसकी देखभाल कर रहे हैं। आलिया बेगम ने कहा कि उनके पति की चोटों से पूरा परिवार सदमे में है और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में भय पैदा कर दिया है, क्योंकि यह सड़क पर होने वाले खतरनाक हादसों की एक नई कड़ी है। लोग सड़क सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आलिया बेगम की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही आरोपी चालक को पकड़ने के लिए जांच करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।