सपा सूप्रीमो अखिलेश यादव का योगी आदित्यनाथ के बुल्डोज़र बयान पर पलटवार, कहा “बुल्डोज़र के पास दिमाग नहीं”
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से बुलडोजर के मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान पर तीखा जवाब दिया है। योगी ने कहा था कि “बुलडोजर पर हर एक का हाथ फिट नहीं हो सकता,” जिसके जवाब में अखिलेश ने कहा कि “बुलडोजर के पास दिमाग नहीं होता, वह स्टेयरिंग से चलता है।”
योगी का बयान
बुधवार को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुलडोजर चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों की आवश्यकता होती है। उन्होंने यह भी कहा कि “जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो, वही बुलडोजर चला सकता है।” योगी ने यह भी जोड़ा कि “दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे।”
अखिलेश यादव का पलटवार
अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जनता कब स्टेयरिंग बदल दे, कोई नहीं जानता।” उन्होंने यह भी कहा कि “कोर्ट ने जिस तरह से बुलडोजर चलाया है, उससे अब बुलडोजर नहीं चल सकता है।” उनका इशारा मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ओर था, जिसने बुलडोजर कार्रवाई को संवैधानिक नहीं माना था।अखिलेश ने यह सवाल उठाया कि “लखनऊ के होटल में आग लगी थी, तब क्या बुलडोजर की चाबी खो गई थी?” उन्होंने यह भी कहा कि “जब हमारी सरकार आएगी, तब बुलडोजर का रुख गोरखपुर की तरफ मोड़ देंगे।”
शिक्षकों के मुद्दे पर टिप्पणी
69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि “इस समय सबसे ज्यादा परेशान शिक्षक हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रही है, खासकर जब हाईकोर्ट ने भर्ती सूची रद्द कर दी है।
इस राजनीतिक बहस ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई गर्मी पैदा कर दी है। जहां एक ओर योगी आदित्यनाथ अपने बुलडोजर अभियान की मजबूती का दावा कर रहे हैं, वहीं अखिलेश यादव इसे एक राजनीतिक हथियार के रूप में देख रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में यह बहस किस दिशा में जाती है और जनता इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देती है।