अखिलेश यादव का बड़ा बयान: सुल्तानपुर एनकाउंटर को हत्या बताया, यूपी सरकार पर उठाए गंभीर सवाल

अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में सुल्तानपुर में हुए एनकाउंटर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस एनकाउंटर को हत्या करार देते हुए कहा कि मंगेश यादव का एनकाउंटर नहीं, बल्कि हत्या हुई है। अखिलेश यादव का यह बयान यूपी में बढ़ते एनकाउंटर मामलों और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाता है।

पुलिस की कार्रवाई पर सवाल

अखिलेश यादव ने कहा कि रात के समय पुलिस ने मंगेश यादव को उठाया और फिर उसे एनकाउंटर में मारने की योजना बनाई गई। उन्होंने कहा, “यूपी में अन्याय की सीमा टूट गई है। एनकाउंटर को लेकर झूठी कहानी पढ़ी जा रही है। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जो ये ना जानता हो कि यूपी में फेक एनकाउंटर नहीं हो रहे हैं। हत्या की जा रही हैं।”

अखिलेश ने मंगेश यादव के मामले में कई संदिग्ध तथ्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “गांव के लोग जानते हैं कि मंगेश को पुलिस-एसटीएफ रात में उठाकर ले गई। सोचिए कैसी कहानी गढ़ी गई कि उसके पास नया अमेरिकन टूरिस्ट का बैग था। जब बैग खोला गया तो उसमें शोरूम से खरीदे हुए नए कपड़े मिले। जो बाइक मिली, सुनने में आया है कि बाइक चोरी हुई थी और कई दिनों बाद उसकी एफआईआर लिखी गई थी।”

सरकार की नीतियों पर हमला

अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला करते हुए कहा, “इन लोगों को उसके घर-परिवार के लोगों का, मां का दर्द नहीं समझ आ रहा है। बहन के आंसू नहीं समझ आ रहे हैं। सोचिए कैसा दिमाग है इनका, सरकार ने कैसी होशियारी दिखाई कि चप्पल में एनकाउंटर कर दिया। कौन तस्वीर देखकर नहीं बता सकता है कि ये झूठा एनकाउंटर हुआ था।”उन्होंने यह भी कहा कि “बीजेपी ने यूपी को फर्जी एनकाउंटर की राजधानी बना दी है।”

अखिलेश ने कहा कि अगर न्याय की उम्मीद करनी है, तो सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव करना होगा। उन्होंने कहा, “हम लोग न्याय दिलाने के लिए सदन से लेकर संघर्ष के बीच भी जाना पड़ेगा तो पीछे नहीं हटेंगे।”

अखिलेश यादव ने कहा कि “ये पहला झूठा एनकाउंटर नहीं था यूपी का। तमाम एनकाउंटरों पर उंगली उठी हैं। जिस समय पहला एनकाउंटर नोएडा में हुआ था उस समय भी हमने कहा था कि ये पुलिस वालों ने लूटने, दबाव बनाने के लिए हत्या का प्रयास किया है। उस पर भी कार्रवाई न हीं हुई है। अबतक जितनी भी एनकाउंटर और हत्याएं हुई हैं, सबसे ज्यादा पीडीए परिवार के लोगों की हत्या की है सरकार ने।”