नोएडा में बदमाशों का आतंक: दो महिलाओं को हथियार के बल पर लूटने की घटनाएं

नोएडा में पुलिस की मुठभेड़ की लगातार घटनाओं के बावजूद, बदमाशों के हौसले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालिया घटनाओं में, दो महिलाओं को हथियार के बल पर लूटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में भय का माहौल है। पुलिस ने दावा किया है कि वे अपराध नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि इन दावों का कोई ठोस आधार नहीं है।

पहली घटना: योगिता का मामला

सेक्टर-24 पुलिस को दी गई शिकायत में, सेक्टर 56 की निवासी योगिता ने बताया कि 3 सितंबर की रात करीब 9 बजे, वह मोदी मॉल से एडोब स्क्वायर की ओर जा रही थीं। तभी नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर 4 के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने हथियार के बल पर उनके दो मोबाइल फोन और 2,000 रुपये नकद लूट लिए।

बदमाश हथियार लहराते हुए घटनास्थल से फरार हो गए। पीड़िता ने बताया कि घटनास्थल के पास ही एक पुलिस चौकी है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उनकी शिकायत पर करीब 10 दिन बाद केस दर्ज किया।

दूसरी घटना: लक्ष्मी देवी का मामला

एक सप्ताह बाद, लक्ष्मी देवी, जो अरनया सोसायटी की निवासी हैं, ने 5 सितंबर को अपने पति के साथ सेक्टर 119 स्थित अपने फ्लैट से सामान खरीदने जाने का फैसला किया। जैसे ही वह अपनी सोसायटी से थोड़ा आगे बढ़ी, बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने उसके गले से सोने की चेन छीन ली।

लक्ष्मी ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने 112 नंबर पर कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने थाना सेक्टर-113 पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने एक सप्ताह बाद केस दर्ज किया।

पुलिस की कार्रवाई पर सवाल

इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस की कार्रवाई और अपराध नियंत्रण के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस को इन घटनाओं के प्रति गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। योगिता और लक्ष्मी की घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि बदमाशों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में खामियां हैं।

इन घटनाओं के बाद, स्थानीय निवासियों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। कई लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या पुलिस वास्तव में अपराधों को रोकने में सक्षम है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम हमेशा पुलिस की मदद की उम्मीद करते हैं, लेकिन जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो हमें लगता है कि हमारी सुरक्षा खतरे में है।”

नोएडा में बढ़ते अपराधों और पुलिस की कार्रवाई पर उठते सवाल स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। पुलिस को चाहिए कि वह इन घटनाओं को गंभीरता से ले और अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन को भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए, ताकि नागरिकों में सुरक्षा की भावना बनी रहे।इस प्रकार की घटनाएं न केवल पीड़ितों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस स्थिति को सुधारने के लिए क्या कदम उठाते हैं।