गौतम बुद्ध नगर में सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की, मांगे ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने की
गौतम बुद्ध नगर में आज सुबह से सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है। महामाया फ्लाईओवर के पास करीब 400 से अधिक सफाई कर्मचारी एकत्रित होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांग है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए और उन्हें स्थायी कर्मचारी बनाया जाए।
प्रदर्शन का कारण
सफाई कर्मचारी यूनियन के नेता ने बताया कि वे प्राधिकरणों के लिए काम करते हैं, लेकिन उन्हें ठेकेदारों के अधीन रहना पड़ता है, जो उनके हित में नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आने वाले दिनों में सभी सफाई कर्मचारी प्राधिकरण के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
हड़ताल के कारण जिले की सफाई व्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। शहर के कई हिस्सों में कचरा एकत्र हो रहा है, जिससे नागरिकों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तीनों प्राधिकरणों और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे कर्मचारियों की चिंताओं को समझते हैं और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने हड़ताल स्थल पर स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी बल तैनात किया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
यदि प्रशासन और यूनियन के बीच वार्ता सफल होती है, तो यह न केवल कर्मचारियों के लिए बेहतर कामकाजी परिस्थितियाँ सुनिश्चित करेगा, बल्कि नागरिकों की जीवन गुणवत्ता को भी सुधारने में मदद करेगा। हालांकि, यदि स्थिति जस की तस बनी रहती है, तो आने वाले दिनों में सफाई व्यवस्था और भी अधिक प्रभावित हो सकती है।
इस प्रकार, गौतम बुद्ध नगर में सफाई कर्मचारियों की यह हड़ताल एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है, जो न केवल उनके अधिकारों को लेकर है, बल्कि पूरे शहर की स्वच्छता और स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा असर पड़ सकता है।