बांग्लादेश सरकार शाकिब को सुरक्षा प्रदान करेगी, लेकिन एक शर्त पर
बांग्लादेश के क्रिकेटर शाकिब अल हसन को उनकी वापसी पर राष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में सुरक्षा प्रदान की जाएगी, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी राजनीतिक स्थिति स्पष्ट करनी होगी। यह जानकारी बांग्लादेश के खेल सलाहकार आसिफ महमूद ने दी। महमूद ने बताया कि शाकिब, जो पहले संसद के सदस्य रह चुके हैं और जिनकी पार्टी आवामी लीग को हाल ही में एक छात्र नेतृत्व वाले आंदोलन द्वारा उखाड़ फेंका गया था, को अपनी “अपनी बातों” से जनता का दिल जीतना होगा।
राजनीतिक संकट और शाकिब की स्थिति
महामूद ने यह भी उल्लेख किया कि शाकिब की लोकप्रियता में गिरावट आई है, खासकर तब जब उन्होंने जुलाई और अगस्त में छात्र विरोध प्रदर्शनों के दौरान चुप्पी साधी थी, जिनमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
कानपुर में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जहां उन्होंने कहा कि अगले महीने ढाका टेस्ट उनके करियर का अंतिम टेस्ट होगा, उन्होंने राजनीतिक परिवर्तनों पर कोई टिप्पणी नहीं की।
सुरक्षा की गारंटी
शाकिब ने स्पष्ट किया है कि यदि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) और/या सरकार उनकी सुरक्षा की गारंटी देती है, तो वे अपने अंतिम टेस्ट मैच में भाग लेंगे। हालिया प्रदर्शनों के बाद कई आवामी लीग के मंत्रियों और सांसदों को गिरफ्तार किया गया है। शाकिब सहित 146 अन्य लोगों का नाम एक हत्या के मामले में शामिल किया गया है, और वे तब से बांग्लादेश नहीं लौटे हैं।
महामूद ने कहा कि “राज्य हर नागरिक को सुरक्षा देने के लिए बाध्य है। हम निश्चित रूप से उन्हें सुरक्षा देंगे। लेकिन हमें यह याद रखना होगा कि शाकिब की दो पहचान हैं – एक क्रिकेटर और दूसरी राजनेता।” उन्होंने कहा कि यदि जनता उनके राजनीतिक पहचान के कारण नाराज है, तो सुरक्षा प्रदान करना मुश्किल हो सकता है।
शाकिब का भविष्य
शाकिब की वापसी पर सुरक्षा मुद्दा महत्वपूर्ण बना हुआ है। बीसीबी के अध्यक्ष फारूक अहमद ने कहा कि बोर्ड व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता और यह सरकार का मामला है। “शाकिब की सुरक्षा उच्चतम स्तर से आनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
शाकिब वर्तमान में कानपुर में बांग्लादेश टीम के साथ हैं और उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। अब उनकी नजरें आगामी ढाका टेस्ट पर हैं, जो उनके क्रिकेट करियर का अंतिम टेस्ट हो सकता है।