पीएम मोदी ने इस्राइल के पीएम नेतन्याहू से बातचीत में शांति की अपील की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत की, जिसमें उन्होंने भारत की शांति और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने हाल ही में पश्चिम एशिया में हुए घटनाक्रमों पर चर्चा की और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहा है और कई देशों के बीच संबंधों में खटास आ रही है।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “आतंकवाद का हमारे विश्व में कोई स्थान नहीं है।” उन्होंने क्षेत्रीय तनाव को रोकने और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछले हफ्ते लेबनान में इस्राइली हमलों में हिजबुल्ला के कई उच्च पदस्थ कमांडर मारे गए थे। इस प्रकार की घटनाओं ने क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ावा दिया है और इससे कई देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है।
आतंकवाद का कोई स्थान नहीं
पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी देशों से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर एकजुट होकर काम करें। उनका यह बयान केवल शब्दों तक सीमित नहीं है; यह भारत की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है।
भारत ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसे एक गंभीर समस्या माना है। पीएम मोदी का यह संदेश उन देशों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो आतंकवाद को समर्थन देते हैं या इसे नजरअंदाज करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना भी आवश्यक है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेता है।
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव
पश्चिम एशिया में स्थिति काफी जटिल हो गई है। 7 अक्टूबर को गाजा से इस्राइल पर हुए हमास के हमले के बाद, हिजबुल्ला उत्तरी इस्राइल में रॉकेट और मिसाइलें दाग रहा था। इस संघर्ष ने न केवल इस्राइल बल्कि पूरे क्षेत्र को प्रभावित किया है, जिससे कई देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।
इस संघर्ष के कारण ईरान जैसे देशों ने इस्राइल की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है, जबकि कुछ अन्य देश इसके समर्थन में खड़े हैं। ऐसे समय में जब क्षेत्रीय शक्तियों के बीच टकराव हो रहा है, पीएम मोदी का संदेश शांति और स्थिरता की आवश्यकता को स्पष्ट करता है। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि स्थिति को सामान्य किया जा सके।
वैश्विक नेताओं की चिंता
इस बीच, अमेरिका ने भी मित्र देशों की सेनाओं के साथ मिलकर सीरिया और यमन में सशस्त्र समूहों के अड्डों को निशाना बनाया है। यह कार्रवाई उस समय हो रही है जब विश्वभर के नेता न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल हो रहे हैं। नेताओं को यह आशंका है कि यह संघर्ष और बढ़ सकता है और इसमें कई देश भी शामिल हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में विभिन्न वैश्विक नेताओं ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि इस संघर्ष को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो इसका प्रभाव न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा। ऐसे समय में जब वैश्विक सुरक्षा चुनौतीपूर्ण बनती जा रही है, नेताओं को एकजुट होकर समाधान खोजने की आवश्यकता होगी।