झारखंड चुनाव 2024: बीजेपी की पहली उम्मीदवार सूची जारी, बाबूलाल मरांडी और चंपई सोरेन परिवार जैसे प्रमुख चेहरे मैदान में

BJP Jharkhand

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची शनिवार को जारी कर दी है। इस सूची में 66 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जिनमें 11 महिलाएं भी हैं। बीजेपी राज्य में कुल 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, और केवल दो सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान बाकी रह गया है। यह चुनाव झारखंड की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

कौन हैं झारखंड में बीजेपी के प्रमुख उम्मीदवार ?

बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को धनवार सीट से मैदान में उतारा है। बाबूलाल मरांडी झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं और उनकी वापसी से पार्टी को मजबूती मिल सकती है। इसके अलावा, सीता सोरेन जामताड़ा, चंपई सोरेन सरायकेला और गीता कोड़ा जगन्नाथपुर से चुनाव लड़ेंगी। ये सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं और उनके पास मजबूत जनाधार है।

रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू को जमशेदपुर पूर्व सीट पर टिकट दिया गया है। यह सीट हमेशा से बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण रही है। अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को भी टिकट मिला है, जो पोटका से चुनाव लड़ेंगी। मीरा मुंडा का राजनीतिक अनुभव और क्षेत्र में उनकी पहचान पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकती है।

चंपई सोरेन का परिवार भी मैदान में

पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन दोनों ही चुनावी मैदान में हैं। चंपई सोरेन सरायकेला से और उनके बेटे बाबूलाल सोरेन घाटशिला से चुनाव लड़ेंगे। यह परिवारिक जुड़ाव चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, क्योंकि वे दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत जनाधार रखते हैं।

बीजेपी ने कोडरमा सीट के लिए नीरा यादव, गांडेय सीट के लिए मुनिया देवी, सिंदरी में तारा देवी, निरसा में अपर्णा सेनगुप्ता और झरिया से रागिनी सिंह को टिकट दिया है। चाईबासा में गीता बलमुचु और छतरपुर विधानसभा सीट पर पुष्पा देवी भुइयां भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत को गुमला विधानसभा सीट पर प्रत्याशी बनाया गया है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित सीटें

बीजेपी ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों में से 24 पर और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर सात उम्मीदवार घोषित किए हैं। यह कदम पार्टी की सामाजिक न्याय नीति को दर्शाता है, जिसमें वह विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना चाहती है। बीजेपी राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 68 पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बाकी सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी गई हैं।

बीजेपी के प्रमुख सहयोगी दल आजसू (AJSU) 10 सीटों पर, जनता दल यूनाइटेड (JDU) दो सीटों पर और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। यह सहयोगी दल बीजेपी को मजबूती देने का काम करेंगे और गठबंधन सरकार बनाने में मदद कर सकते हैं।

झारखंड में मतदान की तारीखें

झारखंड में मतदान दो चरणों में होगा: 13 और 20 नवंबर को। इस बार का चुनाव न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य की विकास योजनाओं और स्थानीय मुद्दों पर भी प्रभाव डालेगा। परिणामों की गिनती 23 नवंबर को होगी।

बीजेपी इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन को सत्ता से उखाड़ने का प्रयास कर रही है। पिछले चुनावों में मिली हार के बाद पार्टी ने अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार किया है ताकि वह जनता के बीच अपनी उपस्थिति मजबूत कर सके। पार्टी का लक्ष्य विकासशील योजनाओं और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है ताकि वह मतदाताओं का विश्वास जीत सके।