उत्तर प्रदेश में एमएसएमई का विकास: 96 हजार इकाइयों के साथ सीएम योगी का दावा

Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश के विकास के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 11 हवाईअड्डे संचालित हैं और जल्द ही 10 और हवाईअड्डे तैयार होने वाले हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सड़क और रेल मार्ग से यात्रा करने वालों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, जिसमें गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है, जो प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पहले शुरू होगा।

एमएसएमई का योगदान

सीएम योगी ने बताया कि 2017 से पहले प्रदेश में केवल नाममात्र की सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) थीं। अब उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य बन गया है जहाँ 96 हजार एमएसएमई इकाइयाँ स्थापित हो चुकी हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि कैसे सरकार ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएँ लागू की हैं।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस बात पर जोर दिया कि देश की जीडीपी में 30% योगदान एमएसएमई का है। उन्होंने बताया कि देश में कुल 6 करोड़ एमएसएमई इकाइयाँ हैं, जो लगभग 21 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं। मांझी ने कहा कि उत्पादन में 35% और विक्रय में 45% योगदान एमएसएमई का है।

नोएडा का योगदान

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के दौरान नोएडा के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि नोएडा प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10% का योगदान देता है और इसे विश्वस्तरीय सुविधाओं का केंद्र बताया।

धनखड़ ने कहा, “आज का उत्तर प्रदेश बदला हुआ है। यह एक ऐसा राज्य है जहाँ भ्रष्टाचार का स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे उत्तम प्रदेश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” उन्होंने योगी सरकार में त्वरित निर्णय लिए जाने और क्रियान्वयन में तेजी की भी सराहना की।

उद्यमियों को अवसर

यूपी के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री राकेश सचान ने व्यापार मेले की सफलता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस मेले में प्रदेश के उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। पहले संस्करण की सफलता के बाद दूसरे संस्करण में चार लाख लोगों के आने की संभावना है। 2500 से अधिक स्टाल लगे हैं, जहाँ प्रदेश के हर जनपद के उत्पाद और स्वाद को चखने का मौका लोगों को मिलेगा।

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी बताया कि कृषि के बाद, एमएसएमई युवाओं को रोजगार देने वाला सबसे बड़ा क्षेत्र बन गया है। उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के माध्यम से 75 जिलों के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थान मिल रहा है। देश में सर्वाधिक 75 जीआई टैग यूपी के पास हैं।

महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन

पीएम के सपने को साकार करने के लिए महिलाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। एमएसएमई की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने वाले उद्यमियों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दुनिया कोविड-19 से जूझ रही थी, तब देश के अलग-अलग राज्यों में काम करने वाले यूपी के कारिगरों और श्रमिकों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हुआ था। एमएसएमई ने इस संकट के समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।