देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण में मां का नाम बना चर्चा का विषय
महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस गुरुवार शाम 5:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस ऐतिहासिक मौके की तैयारियां जोरों पर हैं। लेकिन इन सबके बीच फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण कार्ड ने सभी का ध्यान खींचा है।
कार्ड पर उनका नाम “देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस” लिखा गया है, जहां पहली बार उनकी मां का नाम शामिल किया गया है। महाराष्ट्र की परंपरा में आमतौर पर नाम के साथ पिता का उल्लेख किया जाता है। ऐसे में मां के नाम का प्रयोग एक नई मिसाल बना है और चर्चा का विषय भी।
मां का नाम जोड़ने का क्या है मतलब?
फडणवीस के निमंत्रण कार्ड पर मां का नाम जोड़ना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं लगती। इसे परिवार और मूल्यों की पहचान का प्रतीक माना जा रहा है। उनके पिता, गंगाधरराव फडणवीस, जनसंघ के सक्रिय नेता थे। लेकिन उनकी मां, सरिता फडणवीस, जिन्होंने समाजसेवा और नेतृत्व में अहम भूमिका निभाई, का नाम पहली बार सार्वजनिक रूप से उनके नाम के साथ जोड़ा गया।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम पारंपरिक सोच को चुनौती देने और महिलाओं के योगदान को सम्मान देने की दिशा में एक प्रयास हो सकता है।
देवेंद्र फडणवीस का सफर: चुनौतियों से भरी राह
देवेंद्र फडणवीस का सफर आसान नहीं रहा। 22 जुलाई 1970 को नागपुर में जन्मे फडणवीस ने एक मध्यमवर्गीय परिवार से उठकर राज्य की राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल किया। उनके पिता, जो आपातकाल के दौरान जेल गए, और उनकी मां, जो विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी की पूर्व निदेशक रहीं, ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला।
सरिता फडणवीस ने एक बार कहा था, “देवेंद्र चुनौतियों का सामना करना जानता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसे अपना बेटा मानते हैं।”
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की ओर
यह तीसरा मौका होगा जब देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इससे पहले 2014 और 2019 में भी उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी। इस बार उनके शपथ ग्रहण में मां का नाम जोड़ना उनकी नई राजनीतिक छवि का हिस्सा माना जा सकता है।