भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025: तीन शहरों में होगा भव्य आयोजन, 40 से अधिक वाहन लॉन्च होंगे
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के सबसे बड़े आयोजनों में से एक, भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का आगाज 17 जनवरी से होने जा रहा है। इस बार यह आयोजन दिल्ली के भारत मंडपम, यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में किया जाएगा। तीन स्थानों पर आयोजित इस मेगा इवेंट में 40 से अधिक वाहन और उत्पाद लॉन्च किए जाएंगे।
इस बार एक्सपो होगा तीन गुना बड़ा
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विमल आनंद के अनुसार, पिछली बार ऑटो एक्सपो केवल दिल्ली के मंडपम में आयोजित हुआ था। लेकिन इस बार इसका दायरा तीन गुना बढ़ा दिया गया है। आयोजन में ऑटोमोबाइल के अलावा बैटरी शो, टायर शो और इलेक्ट्रॉनिक शो भी शामिल होंगे।
विमल आनंद ने कहा, “इस साल ऑटो एक्सपो में चार और दो पहिया वाहनों के साथ यात्री वाहन भी लॉन्च होंगे। दर्शकों की बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है।”
इस बार चीन की कंपनियों की भागीदारी सीमित हो सकती है। वीजा संबंधी समस्याओं के कारण कई चीनी कंपनियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, बीवाईडी और कुछ अन्य चीनी कंपनियों ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।
भारत बैटरी शो: 19 जनवरी से होगा शुभारंभ
19 जनवरी को ग्रेटर नोएडा में भारत बैटरी शो का आगाज होगा। इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस के अध्यक्ष देबी प्रसाद ने बताया कि इस शो में ऊर्जा भंडारण और चार्जिंग पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े 20 से अधिक उत्पाद लॉन्च होंगे।
“पिछले साल करीब 50 प्रदर्शकों ने भाग लिया था। इस साल यह संख्या 80 तक पहुंच चुकी है। अमेरिका, जापान, जर्मनी, इटली और सिंगापुर सहित कई देशों के 100 से अधिक प्रदर्शकों के आने की उम्मीद है,” प्रसाद ने कहा।
रेप्लस अपनी नई लिथियम-आयन बैटरी विशेष रूप से इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए लॉन्च करेगी। वहीं, युमा एनर्जी अपनी जनरल 5 बैटरी और DIY चार्जिंग इकाइयों का अनावरण करेगी। इन नई तकनीकों से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बेहतर रेंज और परफॉर्मेंस मिलने की उम्मीद है।
क्या होगा ग्रेटर नोएडा में?
ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में शहरी बुनियादी ढांचे से जुड़े निर्माण उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे। इसमें ड्रोन शो के जरिए हवाई और जल परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर को भी दिखाया जाएगा।
संयुक्त सचिव विमल आनंद ने बताया कि यशोभूमि में कंपोनेंट शो आयोजित किया जाएगा। जबकि ग्रेटर नोएडा में शहरी विकास से जुड़ी तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।