अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के टेस्ट मैच में ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में बुनियादी सुविधाओं की कमी से हंगामा
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एक ऐतिहासिक टेस्ट मैच की उम्मीद थी, लेकिन ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में बुनियादी सुविधाओं की कमी ने खिलाड़ियों को निराश कर दिया है। अफगान खिलाड़ियों में निराशा है, जबकि न्यूजीलैंड की टीम इस स्थिति को देखकर हैरान है।
मैदान की खराब स्थिति
पहले दिन बारिश के कारण खेल नहीं हो सका, और दूसरे दिन भी मैदान की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। ग्राउंड स्टाफ ने मध्य क्षेत्र के पास दो से तीन फीट की गहराई खोदकर सूखी मिट्टी और कृत्रिम घास डालने की कोशिश की, लेकिन यह स्थिति खेलने के लिए उपयुक्त नहीं दिख रही है। पूरा आउटफील्ड कीचड़ से भरा हुआ है, जो खिलाड़ियों के लिए चोटों का कारण बन सकता है।
खेल के आयोजकों ने बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में असफलता दिखाई है। ग्राउंड स्टाफ में 20-25 सदस्य हैं, जिनमें से 15 आउटसोर्स किए गए हैं। पांच सुपर सॉपर भी हैं, लेकिन मैदान को सुखाने की प्रक्रिया बहुत धीमी और असफल रही है।
खिलाड़ियों की निराशा
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमों ने मैदान की स्थिति को देखकर पहले ही दिन होटल में रहने का फैसला किया। यह स्पष्ट है कि आयोजक बारिश के लिए तैयार नहीं थे और उनके पास पूरे मैदान को ढकने के लिए बुनियादी संसाधनों की कमी थी।
अफगान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के अधिकारियों ने भी इन खराब सुविधाओं की शिकायत की है। स्टेडियम में कैटरर्स को बाथरूम से नल का पानी बर्तन धोने और खाना बनाने के लिए इस्तेमाल करते हुए देखा गया, जिससे अस्वच्छता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
भविष्य की चुनौतियाँ
अब यह सवाल उठता है कि क्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) इस मैदान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए अनुपयुक्त मान लेगी। यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो यह स्टेडियम की प्रतिष्ठा के लिए बुरा समाचार बन सकता है।
स्टेडियम की ड्रेनेज प्रणाली की कमी ने इसके बुनियादी ढांचे के बारे में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्रिकेट के लिए बारिश एक सामान्य बाधा है, लेकिन अधिकांश आधुनिक स्थलों को ऐसी बाधाओं का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है।