नोएडा में 4 श्रमजीवी हॉस्टलों का निर्माण, कामकाजी महिलाओं के लिए नया आश्रय
नोएडा में कामकाजी महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। शासन ने 8 नवंबर 2024 को आदेश जारी किया है कि शहर में श्रमजीवी हॉस्टलों का निर्माण किया जाएगा। ये हॉस्टल उन महिलाओं और युवतियों के लिए होंगे जो फैक्ट्री, कॉर्पोरेट कार्यालयों और निजी क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इस कदम से महिलाओं को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास मिलेगा।
श्रमजीवी हॉस्टलों की आवश्यकता
महिलाओं के लिए आवासीय सुविधाओं की कमी एक गंभीर समस्या है। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां औद्योगिक गतिविधियाँ और बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ स्थित हैं। इस पहल से कामकाजी महिलाओं को उनके कार्यस्थल के पास रहने की सुविधा मिलेगी। इससे न केवल आवास की सुविधा मिलेगी, बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
शासन ने पहले चरण में लखनऊ और नोएडा को चयनित किया है। प्रत्येक शहर में चार-चार हॉस्टल बनाए जाएंगे। यह निर्णय उन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है जो अकेले शहरों में आकर काम कर रही हैं और उन्हें सुरक्षित आवास की आवश्यकता है।
हॉस्टल की क्षमता और सुविधाएँ
हर श्रमजीवी हॉस्टल में 500 महिलाएं रह सकेंगी। इनका निर्माण औद्योगिक क्षेत्रों और कंपनियों के कार्यालयों के निकट होगा। इससे न केवल आवास की सुविधा मिलेगी, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। शासन की विशेष सचिव बी चंद्रकला ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि वे शीघ्रता से भूमि उपलब्ध कराएं।
प्रत्येक हॉस्टल के निर्माण के लिए लगभग 1.64 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। यह भूमि स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे परियोजना को तेजी से लागू किया जा सके।
बजट और प्रशासनिक समर्थन
इन श्रमजीवी हॉस्टल के निर्माण के लिए बजट भी मंजूर किया गया है। शासन ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्राधिकरण और जिलाधिकारी के साथ मिलकर मुफ्त जमीन उपलब्ध कराएं। यह कदम महिला कर्मचारियों की कार्यक्षमता और सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करेगा।
महिला कर्मचारियों को उनके कार्यस्थल के पास अच्छे आवासीय विकल्प देने से उनकी कार्यक्षमता में सुधार होगा। इससे महिलाएं अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी और पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बेहतर तरीके से निभा सकेंगी।
इस पहल का उद्देश्य कामकाजी महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है। वर्तमान समय में, कई महिलाएं अपने कार्यस्थलों से दूर रहकर यात्रा करने पर मजबूर होती हैं, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। श्रमजीवी हॉस्टलों का निर्माण इस समस्या का समाधान करेगा और महिलाओं को उनके कार्यस्थलों के निकट रहने का अवसर देगा।