डायटीशियन शिवानी असवाल की सलाह: महिला दिवस पर जानें, क्यों ज़रूरी है महिलाओं का स्वास्थ्य

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाने का दिन है। लेकिन इस जश्न के बीच एक पहलू जिसे अक्सर नज़रअंदाज कर दिया जाता है, वह है महिलाओं का स्वास्थ्य।
डायटीशियन शिवानी असवाल के अनुसार, “महिलाएँ समाज की रीढ़ हैं। लेकिन करियर, परिवार और जिम्मेदारियों के बीच वे अपनी सेहत को प्राथमिकता नहीं देतीं।” सही पोषण केवल व्यक्तिगत भलाई के लिए नहीं, बल्कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए भी ज़रूरी है।
इस महिला दिवस पर, शिवानी असवाल उन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के बारे में बता रही हैं, जो हर महिला को स्वस्थ रहने के लिए अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए।
महिलाओं के लिए आवश्यक पोषक तत्व
1. आयरन: एनीमिया से बचाव के लिए ज़रूरी
प्रजनन आयु की महिलाओं में आयरन की कमी एक गंभीर समस्या है। इसकी वजह से थकान, कमजोरी और चक्कर आ सकते हैं। पालक, दाल, अनार और लीन मीट जैसे खाद्य पदार्थ आयरन के अच्छे स्रोत हैं।
2. कैल्शियम और विटामिन D: हड्डियों को बनाए मज़बूत
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव के लिए कैल्शियम और विटामिन D ज़रूरी हैं। दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्जियाँ और सूरज की रोशनी इनके प्राकृतिक स्रोत हैं।
3. फोलिक एसिड: गर्भवती महिलाओं के लिए अहम
फोलिक एसिड भ्रूण के विकास के लिए अनिवार्य है और यह जन्म दोषों के खतरे को कम करता है। खट्टे फल, हरी सब्जियाँ और फोर्टिफाइड अनाज इसका बेहतरीन स्रोत हैं।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड: दिल और दिमाग के लिए ज़रूरी
ये स्वस्थ वसा हृदय और मस्तिष्क स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं। सैल्मन मछली, अखरोट, अलसी और चिया सीड्स ओमेगा-3 के अच्छे स्रोत हैं।
5. प्रोटीन: मांसपेशियों और इम्यूनिटी के लिए आवश्यक
महिलाओं को अपनी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन शामिल करना चाहिए। अंडे, दालें, फलियां, नट्स और डेयरी उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
शिवानी असवाल का संदेश: अपनी सेहत को प्राथमिकता दें
डायटीशियन शिवानी असवाल का मानना है कि *“स्वस्थ महिलाएँ ही एक स्वस्थ समाज की नींव रखती हैं। सही पोषण और संतुलित जीवनशैली अपनाने से न केवल महिलाएँ फिट रह सकती हैं, बल्कि वे अपने परिवार और समाज को भी बेहतर दिशा दे सकती हैं।”
इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, एक संकल्प लें – स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, सही आहार लें और खुद को सशक्त बनाएं। क्योंकि जब महिलाएँ स्वस्थ होती हैं, तो पूरा समाज स्वस्थ बनता है।